?हज़रत दानियाल नबी ने हज़रत इमाम
महदी अलैहिस्सलाम की विलादत से 1420 साल पहले आप का लक़ब मुन्तजिर क़रार दिया है।
मुलाहेज़ा हो किताब दानियाल बाब 12 आयत 12। अल्लामा इब्ने हजरे मक्की अल मुन्तज़र
की शरह करते हुए लिखते है कि उन्हें मुन्तज़र (यानी जिसका इन्तेज़ार किया जाये)
इस लिए कहते है कि वह सरदाब में ग़ायब हो गए हैं और यह मालूम नही होता कि कहाँ
चले गए। ( मतलब यह है कि लोग उनका इन्तेज़ार कर रहें हैं।) शेख़ उल इराक़ैन
अल्लामा शेख अब्दुर रसा तहरीर फ़रमाते है कि आपको मुन्तज़र इस लिए कहते है कि आप
की ग़ैबत की वजह से आपके मुख़लिस आपका इन्तेज़ार कर रहें हैं। ( अनवारुल हुसैनिया जिल्द 2 सफ़ा 57 तबा बम्बई)